नेहरू महाविद्यालय में आयकर विषय पर एक दिवसीय अतिथि व्याख्यान आयोजित
डोंगरगढ़। शासकीय नेहरू स्नातकोत्तर महाविद्यालय डोंगरगढ़ में 24 जुलाई दिन रविवार प्रातः 11ः30 प्राचार्य डॉ. प्रदीप कुमार जाम्बुलकर के दिशा निर्देशन, आईक्यूएसी एवं वाणिज्य विभाग के संयुक्त तत्वाधान में आयकर दिवस के अवसर पर आयकर विषय पर एक दिवसीय अतिथि व्याख्यान का आयोजन किया गया। व्याख्यान में मुख्य वक्ता एवं विषय विशेषज्ञ के रूप में डोंगरगढ़ के आईटी सलाहकार अभिषेक वर्मा उपस्थित थे । कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के छायाचित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलन एवं माल्यार्पण कर किया गया । कार्यक्रम का प्रारंभ वाणिज्य विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. ई.व्ही. रेवती के द्वारा अपने उद्बोधन में विद्यार्थियों को कार्यक्रम की संक्षिप्त जानकारी देते हुए बताया गया कि आज हम 162 वां आयकर दिवस मना रहे हैं । भारत में आयकर 24 जुलाई 1860 को स्वतंत्रता संग्राम 1857 की क्रांति में हुए नुकसान की भरपाई हेतु प्रारंभ किया गया था। मुख्य अतिथि एवं वक्ता के रूप में उपस्थित आयकर सलाहकार अभिषेक वर्मा द्वारा आयकर विषय पर छात्र-छात्राओं को विस्तृत रूप से जानकारी देते हुए बताया गया कि 29 नवंबर 1859 को जेम्स विल्सन भारत आए थे उनके गहन अध्ययन के पश्चात 1860 में आयकर विभाग की स्थापना की गई। आयकर विभाग द्वारा सरकार को वेतन में लगने वाले टैक्स के माध्यम से राजस्व प्राप्त होता है। प्रारंभिक आयकर अधिनियम में 280 धाराएं व 14 खंड थे बाद में व्यवहारिक न होने के कारण उसमें 1961 में संशोधन किया गया अब 280 धाराएं व 16 अखंड हैं । वर्ष 2010 में 150 व आयकर विभाग की स्थापना पूर्ण होने पर 24 जुलाई को 2010 से आयकर दिवस के रूप में मनाया जाता है। उन्होने आयकर की गणना किस प्रकार की जाती है, किन धाराओं में छूट मिलती है, इस संबंध में विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम के अंत में उपस्थित विद्यार्थियों व स्टाफ के द्वारा आयकर से संबंधित बहुत से प्रश्न पूछे गए जिसके संबंध में श्री वर्मा द्वारा विस्तृत जानकारी दी गई। कार्यक्रम का समापन महाविद्यालय द्वारा मुख्य वक्ता अभिषेक वर्मा को स्मृति चिन्ह भेंट कर किया किया गया । कार्यक्रम का संचालन सहा. प्राध्यापक बेदप्रकाश साहू एवं आभार प्रदर्शन सहा.प्राध्यापक गुलशन सिन्हा द्वारा किया गया। इस अतिथि व्याख्यान से महाविद्यालय के वाणिज्य विभाग के 40 से अधिक छात्र-छात्राएं लाभंावित हुए।