महाविद्यालय में मनाया गया विश्व सायकिल दिवस
डोंगरगढ़। स्थानीय शासकीय नेहरू स्नातकोत्तर महाविद्यालय डोंगरगढ़ में 3 जून को महाविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना एवं राष्ट्रीय सेवा कोर (एन.सी.सी) के संयुक्त तत्वावधान में विश्व सायकिल दिवस मनाया गया। इस अवसर महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. प्रदीप कुमार जाम्बुलकर के दिशा-निर्देशानुसार एन.सी.सी के कार्यक्रम अधिकारी आर.आर.कोचे एवं एनएसएस के कार्यक्र्रम अधिकारी बी.आर.सिवारे के नेतृत्व में महाविद्यालय के समस्त अधिकारी कर्मचारियों सहित एनसीसी एवं एनएसएस के छात्र-छात्राओं द्वारा सायकिल दिवस के अवसर पर सायकिल का प्रयोग कर किया। इस अवसर पर आईक्यूएसी प्रभारी एवं वरिष्ठ सहा.प्राध्यापक डॉ. ई.व्ही रेवती ने कहा कि साइकिल को हम जिंदगी का सबसे पहला एडवेंचर कह सकते हैं। गिरते-पड़ते हम साइकिल चलाना सीखते हैं। उम्र के अनुसार साइकिल का भी अलग - अलग महत्व है। बचपन में साइकिल शौकिया तौर पर चलाते हैं, फिर धीरे - धीरे साइकिल का उपयोग स्कूल जाने के लिए करते हैं, तो कई लोग साइकिल से अपने काम पर जाते हैं। लेकिन वक्त के साथ साइकिल की उपयोगिता भी बदल गई और महत्व भी बदल गया है। एन.सी.सी. अधिकारी डॉ.आर.आर.कोचे ने जानकारी दी कि एक वक्त था जब साइकिल को परिवार में साधन का हिस्सा माना जाता था लेकिन अब यह सिर्फ एक्सरसाइज के तौर पर प्रयोग की जाती है। साइकिल का दौर 1960 से लेकर 1990 तक काफी अच्छा चला है। इसके बाद समय परिवर्तित होता गया। आज एक्सरसाइज के साथ ही साइकिल का उपयोग एक एथलेटिक्स द्वारा भी किया जाता है। विश्व साइकिल दिवस हर साल यूनाइटेड नेशंस जनरल असेंबली द्वारा हर साल 3 जून को यह दिवस मनाया जाता है। एन.एस.एस. के कार्यक्रम अधिकारी बी.आर.सिवाने ने उपस्थित अधिकारी-कर्मचारियों एवं छात्र-छात्राओं को बताया कि 3 जून के दिन साल 2018 में अंतरराष्ट्रीय साइकिल दिवस घोषित किया गया था। साइकिल दिवस को मनाए जाने का प्रस्ताब अमेरिका के माँटगोमरी कॉलेज के प्रोफेसर लेस्लेक सिबिल्सकी ने याचिका दी थी। इसके बाद सिबिल्सकी और उनके साथियों द्वारा प्रचार - प्रसार किया गया। जिसके बाद इस दिन को मनाने का निर्णय लिया। साइकिल सबसे सस्ता वाहन है। इसके एक नहीं अनेक फायदे हैं। पेट्रोल की खपत नहीं होती, यह एक्सरसाइज करने के लिए बेस्ट है। सायकिल चालने से इम्युनिटी भी बढ़ती है एवं पर्यावरण भी सुरक्षित रहता है। इस अवसर पर सहा.प्राध्यापकगण श्रीमती सोनाली लोया, ओमप्रकाश वर्मा, गुलशन सिन्हा, हेमुराम पदमे, अविनाश सिंह, बेदप्रकाश साहू , सहित महाविद्यालय के कर्मचाारीगण जे.के.देवांगन, संजय तिवारी, के.जी. सोनकर, बीएस मंडावी, विवेक श्रीवास, संदीप गजभिये, शैलेन्द्र यादव सहित एन.एस.एस.के दलनायक विक्की रामटेेके उपदनायक राजाराम सहित एन.एस.सी. एवं एन.एस.एस.के स्वयं सेवक छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।